एक देश-एक चुनाव पर, कोविंद पैनल ने राष्ट्रपति को एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की है। इस रिपोर्ट में कुल 18,626 पन्ने हैं और उसकी तैयारी में 191 दिनों का मेहनत सम्मिलित है।

सार

समिति के एक सदस्य ने नाम न छापने की शर्त पर इस बात की पुष्टि की है कि समिति 2029 में एक साथ चुनाव कराने का सुझाव देगी। इसके साथ ही, उसने इससे संबंधित प्रक्रियात्मक और तार्किक मुद्दों पर चर्चा करने का भी सुझाव दिया है।

विस्तार
आज, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय समिति ने 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' पर अपनी रिपोर्ट देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। इस रिपोर्ट को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंपा गया है, जिसमें लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं के साथ-साथ विभिन्न निकायों के एक साथ चुनाव कराने के मुद्दे पर विचार किया गया है।
राष्ट्रपति भवन में हुई एक अहम बैठक में, रामनाथ कोविंद की अगुवाई वाली समिति ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलकर 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' के मुद्दे पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस महत्वपूर्ण दस्तावेज़ में कुल 18,626 पन्ने हैं। इसमें पिछले 191 दिनों के हितधारकों, विशेषज्ञों, और विभिन्न अनुसंधान कार्यों के साथ व्यापक परामर्श का सार है।

इससे पहले, समिति के एक सदस्य ने नाम न छापने की शर्त पर इस बात की पुष्टि की थी कि समिति 2029 में एक साथ चुनाव कराने का सुझाव देगी। साथ ही इससे संबंधित प्रक्रियात्मक और तार्किक मुद्दों पर चर्चा करेगी

समिति के एक और सदस्य ने अपनी सिफारिशों को सार्वजनिक करने की अपील की, किंतु वह चाहते थे कि उनका नाम न जाए। उन्होंने बताया कि समिति की मान्यता थी कि उनकी सभी सिफारिशें सार्वजनिक डोमेन में हों, लेकिन यह सरकार पर निर्भर था कि वह उन्हें स्वीकार या अस्वीकार करती।

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