सोमवती अमावस्या पर इस चालीसा का पाठ करने से जीवन की सभी मुश्किलें दूर होंगी। यह चालीसा भगवान शिव को समर्पित है और उनकी

सोमवार को चैत्र मास की अमावस्या, जो कि 8 अप्रैल 2024 को पड़ रही है, पितृ पक्ष का शुभ दिन माना जाता है। इस दिन पितरों की पूजा का महत्व अत्यंत उच्च माना जाता है। पितृ पक्ष में पितृओं के तर्पण से उन्हें बैकुंठ धाम की प्राप्ति होती है, इसलिए इस दिन को विशेष ध्यान देना चाहिए।


इस अवसर पर, गंगा चालीसा का पाठ करना भी अत्यंत पुण्यकारी माना जाता है। गंगा चालीसा में माँ गंगा की महिमा और उनकी कृपा का वर्णन है, जो हमें अपने पापों से मुक्ति दिलाती हैं। इस पावन अवसर पर गंगा चालीसा का पाठ करने से हमारे पितृगणों को शांति मिलती है और हमारे जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति होती है।इसलिए, इस पितृ पक्ष के महत्वपूर्ण दिन पर, हमें पितृगणों की पूजा करने और गंगा चालीसा का पाठ करके उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करनी चाहिए। इससे हमारे पूर्वजों को शांति मिलती है और हमें उनकी कृपा प्राप्त होती है। पितरों का तर्पण करने से उन्हें बैकुंठ धाम में स्थान प्राप्त होता है, इसी विशेष अवसर पर 'गंगा चालीसा' का पाठ करने से भगवान गंगा की कृपा प्राप्त होती है।

॥गंगा चालीसा॥

जय जय जय जग पावनी,

जयति देवसरि गंग।

जय शिव जटा निवासिनी,

अनुपम तुंग तरंग॥

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